हम सबकी जिंदगी में कभी ना कभी ऐसी समस्या आती है की हम सोच नहीं पाते हैं की अब क्या करें| और हमें लगता है की यह सब हमारे साथ ही क्यों हो रहा है|
समस्याओं को ठीक करते करते हम इतने दुखी हो जाते हैं की समस्या के आगे हार मानने लगते हैं| लेकिन दोस्तों हमारे जीवन में कुछ भी अकारण नही होता और हर समस्या कुछ ना कुछ सिखाती है|
बस यही समझने के लिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं अक लघु कहानी| तो आइए देखते हैं एक छोटी सी प्रेरणात्मक कहानी जो हमें समझाती है की जीवन में समस्या सबके साथ है लेकिन कौन कैसे उसका सामना करता है और सीखता है यह हमारे नेचर पर निर्भर करता है|
आज की कहानी का सिर्शक है
समस्याओं का सामना कैसे करें – How to Respond to Problems
समस्याओं से परेशान होकर एक पुत्री अपने पिता के पास जाती है और पिता को कहती है की उसकी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं हो रहा है और वा बहुत परेशान है| अब वह यह सब नहीं संभाल पा रही है|
उसके पिता ने उसकी सारी बात गौर से सुनी और विचार किया| उसके पिता शेफ थे, सो उन्होने अपनी बेटी को समझाने के लिए आसान तरीका निकाला| उन्होने कुछ आलू, अंडे और कॉफी ली और बेटी को किचन में ले गये|
उन्होने 3 बर्तन लिए और उसमे पानी डालकर उबालने के लिए रख दिया| जैसे ही पानी उबलने लगा पिता ने आलू, अंडे और कॉफी को पानी में डाल दिया और कुछ देर उबलने के लिए छोड़ दिया|
यह करके पिता और बेटी कुछ देर के लिए बैठ गये और इंतेज़ार करने लगे| बेटी यह सब देख रही थी परंतु उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था|
जब आलू, अंडे और कॉफी उबल गये तब उन्होने एक एक करके सब अपनी बेटी के सामने रखा और कहा, इन्हे ध्यान से देखो और बताओ तुम क्या देख रही हो| बेटी ने कहा यह आलू है, अंडे हैं और कॉफी है|
पिता ने कहा ध्यान से देखो और फिर बताओ|
बेटी ने एक एक करके सबको ध्यान से देखा और कहा आलू सॉफ्ट हो गये है, अंडे उबलने के बाद हार्ड हो गये हैं और कॉफी पानी में उबल्कर एक अच्छी से महक दे रही है और साथ ही उसने पानी रंग भी बदल दिया है|
पिता ने बेटी से पूछा इसका क्या मतलब है?
तब पिता ने बेटी से कहा हमने आलू, अंडे और कॉफी को एक ही कंडीशन यानी की उबलते पानी में रखा,, लेकिन तीनो ने ही उबलते हुए पानी में अलग अलग रेस्पॉंड किया|
आलू को जब उबलते पानी में रखा तब वा हार्ड थे, और उबलने के बाद सॉफ्ट हो गये|
ऐसे ही जब अंडे को उबलते पानी में रखा तब उनके अंदर तरलता थी, और उबलने के बाद वह हार्ड हो गये|
और कॉफी – यह तो यूनीक यानी सबसे अलग है| इसने उबलते पानी को ही बदल दिया और उसमे एक अच्छी सी खुसबू और टेस्ट ला दिया| यानी कुछ नया ही बना दिया|
यह सब समझा कर पिता ने बेटी से पूछा, इन सबमे से तुम कौन हो?
जब समस्या तुम्हारे सामने आती है तब तुम कैसे उसका सामना करते हो, आलू की तरफ, अंडे की तरह या कॉफी की तरह जिसने उबलते पानी से कुछ नया ही बना दिया|
यह सुनकर बेटी को सब समझ आ गया और उसने पिता की इस सीख को अपने जीवन में उतारा और जीवन को सुखी बनाया|
क्या सीखे इस कहानी से
सच है दोस्तों, जीवन में समस्या हमेशा ही रहेगी और हम सबको समस्याओं का सामना करना होता है और उन पर जीत हाँसिल करनी होती है|
हर जीत के साथ हम कुछ ना कुछ सीखते हैं और हमारा कॉन्फिडेन्स (confidence) बढ़ता है और हम और स्मास्याओं से लड़ने के लिए सक्षम होते हैं|
यही जीवन है दोस्तों
इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है की हमारे आसपास बहुत सी बातें और समस्याएं होती हैं, हमारे साथ भी कुछ ना कुछ होता रहता है, लेकिन इन सबमे एक ही बात है जो महत्व रखती है और वो है की हमारे अंदर उस समस्या या सिचुयेशन (situations) से क्या बदलाव आता है|
हम उनके आगे हार मान लेते हैं या फिर उस पर जीत हाँसिल करके जीवन में आगे बढ़ते हैं|
तो बताइए इनमे से आप कौन हो?
दोस्तों हम आशा करते हैं की आपको यह प्रेरणात्मक कहानी पसंद आएगी और आप भी इससे शिक्षा लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे और अपने जीवन को नई दिशा देंगे|
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स्वस्थ रहिए और अपने जीवन का आनंद लीजिए